एक गेंद एक छड़ के सिरे पर स्थित है तथा 10 मीटर/सेकण्ड की चाल से 5 मीटर त्रिज्या के क्षैतिज वृताकार पथ पर गति कर रही है गणना कीजिये --- गेंद के अभिकेंद्र तरवां की, यदि गेंद उसी त्रिज्या के ऊर्ध्वाधर व्रत में उसी चाल से घुमाई जाये ।
यदि रेडियोएकत्व रत्रोत की प्रारंभिक गणना दर `N_0` है, तब N अर्द्ध-आयुओ के पश्चात् गणना दर होगी ।
`N=M_0(1/2)^n`
`100=1600(1/2)^n`
`:." "n=4`
यदि स्रोत की अर्द्ध-आयु T है, तब
4...